Ram Katha Online- प्रभु मे भक्ति और प्रेम बढ़ाने का मार्ग

Ramayan Katha, Bhagwat Katha, Katha Satsang, Aarti Sangrah, Bhajan Sangrah, Bhakti Katha, Chalisa Sangrah, Vrat Katha, Dharmik Katha, Dharmik Sthal Ki Yatra

Stylo

Breaking

Thursday, August 31, 2017

श्री गंगा माता की आरती Ganga Ji Ki Aarti In Hindi

श्री गंगा माता की आरती

                                                   "ॐ जय गंगे माता, श्री गंगे माता | 
जो नर तुमको ध्यावता, मनवंछित फल पाता |
ॐ जय गंगे माता 

चन्द्र सी ज्योत तुम्हारी जल निर्मल आता |
शरण पड़े जो तेरी, सो नर तर जाता |
ॐ जय गंगे माता

पुत्र सगर के तारे सब जग को ज्ञाता |
कृपा दृष्टि तुम्हारी, त्रिभुवन सुख दाता |
ॐ जय गंगे माता

एक ही बार भी जो नर तेरी शरणगति आता |
यम की त्रास मिटा कर, परम गति पाता |
ॐ जय गंगे माता 

आरती मात तुम्हारी जो जन नित्य गाता |
दास वही जो सहज में मुक्ति को पाता |
ॐ जय गंगे माता, श्री गंगे माता |"

No comments:

Post a Comment